
* हम सब जानते है। कि समुद्री शेवाल ( जो कि एक समुद्री पौधा है। तथा प्राकतिक रुप से समुद्र मे पाया जाता है।) में प्राकृतिक रूप से सभी पौषक तत्व पाये जाते है तथा पौषक तत्वों का अच्छा स्त्रोत माना जाता है। रुटर में समुद्री शेवाल होने के कारण यह पौधे की दैहिक क्रियाओं को हर स्तर पर जैविक पोषण प्रदान करके सुचारु रुप से संचलित करता है। प्राकृतिक समुद्र में पाये जाने वाले वानस्पतिक समुद्री शैवाल एस्कोफायलम नोडोसम द्वारा एक विशेष हाईडोलिससि क्रिया के द्वारा बनाया जाता है। रुटर पुर्णतः जैविक होने के कारण यह पर्यावरण की दृष्टि से सुरक्षित है। * रुटर में प्राकृतिक रुप से मौजूद प्राथमिक व द्वितीय पौषक तत्व पौधे के स्वास्थ्य को बनाये रखते है। रुटर में एन्जाइम तथा हाइड्रोलायज्ड प्रोटीन कामपलेक्स प्राकतिक रूप से मौजूद होने के कारण यह कोशिका वृद्धि करता है। तथा अनुपयुक्त तत्वो का उपयुक्त बनाकर पौधो को प्रदान करता है। सीडलिंग अवस्था मे रुटर के प्रयोग से यह रोप को स्वस्थ व मजबुत बनाता है। तथा फुल आने से पहले उपयोग करने पर जल्दी फुल आते है। फल व फुलो को झड़ने से रोकता है। फल व विकास रोकता है। फलो की गुणवत्ता को बनाए रखता है। रुटर के प्रयोग से उत्पाद का भी बढ़ाता है।
मात्रा: 15-25 मिली प्रति 15 ली. पानी में उपयोग करें। अच्छे परिणाम के लिए 3 छिड़काव अनिवार्य है। फसल की 20-25 दिन की अवस्था पर फुल आने से पीने की अवस्था फल आने की अवस्था पर